व्यक्तिगत एवं राष्ट्रीय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में वैदिक सिद्धांतों एवं प्रयोगों के समावेश से भारत में आश्चर्यजनक उपलब्धियां होंगी । हम हमारे प्रिय भारत को वैदिक भारत-ज्ञान की भूमि, सिद्धों की भूमि-देवताओं की भूमि-पूर्णता की भूमि, संगठित भारत, प्रगतिशील भारत, व्यवस्थित भारत, आत्म-निर्भर भारत, पवित्रा भारत, शिक्षित भारत, वैज्ञानिक एवं तकनीकी दृष्टि से उन्नत भारत, स्वच्छ भारत, तेजमय भारत, गरिमामय भारत, स्वर्णिम भारत, स्वस्थ भारत, प्रसन्न भारत, ऊर्जावान भारत, सम्पन्न भारत, समृद्ध भारत, प्रकाशवान भारत, पारम्परिक भारत, आध्यात्मिक भारत, धार्मिक भारत, उदार भारत, करूणामय भारत, मित्र भारत, सशक्त एवं सुदृढ़ भारत, सुरक्षित भारत, अपराध मुक्त भारत, आतंक मुक्त भारत, शांतिपूर्ण भारत, प्रबुद्ध भारत, अजेय भारत, आदर्श भारत जगद्गुरु भारत एवं अंततः भूतल पर स्वर्ग सा दिव्य भारत, हमारे राष्ट्र मंडल में स्थायी सामन्जस्यतायुक्त एवं विश्व शांति के प्रकाश स्तम्भ के रूप में देखेंगे, आनंदित होंगे एवं महोत्सव मनायेंगे ।
हम हमारे वैदिक गुरुओं के संकल्प की पूर्ति करेंगे।
सभी समृद्ध एवं प्रसन्न हों, सभी दुःखरहित हों, सभी शुभता का अनुभव करें एवं आध्यात्मिक उन्नति करें, कोई कष्ट में न हो ।
हमें ज्ञात है कि हमारे पास कैसा ज्ञान एवं कार्यक्रम है, हमें ज्ञात है कि हमें अपने नागरिकों के लिए, समाज के लिए एवं अपने प्रिय राष्ट्र के लिए हम क्या प्राप्त करना चाहते हैं । आइये हम अब अगले कदम की ओर बढ़ें जो हमारे जीवन के दिन प्रतिदिन के प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करने का कदम है, इन समस्त क्षेत्रों में एक के बाद एक वैदिक ज्ञान को सम्मिलित करके पूर्णता प्रदान करना है, प्रत्येक क्षेत्र के लिए पाठ्यक्रम तैयार करने हैं एवं तब भारतीय नागरिकों के लाभ के लिए, उनके जीवन में ज्ञान को लाना प्रारंभ करना है ।
आदर्श भारत को स्थापित करने के हमारे कार्यक्रम का मूल आधार सामूहिक चेतना में सतोगुण एवं शुद्धता की वृद्धि करना है। हमारे पास वैयक्तिक जीवन गुणवत्ता को बढ़ाने, समाज की सामूहिक चेतना की गुणवत्ता को बढ़ाने, प्रत्येक व्यक्ति को प्रबुद्धता एवं शांति प्रदान करने एवं प्रत्येक राष्ट्र को अजेयता प्रदान करने के लिए प्रमाणित, परीक्षित एवं वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित कार्यक्रम हैं । भावातीत ध्यान, टी.एम. सिद्धि कार्यक्रम, उन्नत तकनीकें एवं योगिक उड़ान हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने के मुख्य कार्यक्रम हैं। जीवन के अन्य क्षेत्रों के विषय में प्रवेश से पूर्व, यह अच्छा होगा कि हम पहले भावातीत ध्यान एवं संबंधित कार्यक्रमों को समझ लें ।