आदर्श समाज का निर्माण
वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित कार्यक्रम
यह समय की मांग एवं आवश्यकता है कि आदर्श समाज निर्माण के लिए अभियान चलाया जाये। हमें आदर्श व्यक्ति, आदर्श समाज, आदर्श राष्ट्र एवं आदर्श विश्व परिवार के निर्माण के सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक कार्यक्रमों के प्रति वृहत स्तर पर जागृति लाने की आवश्यकता है । कार्यक्रम अत्यन्त सरल है। हमें आदर्श नागरिकों के सृजन के लिए प्रत्येक विद्यार्थी के साथ-साथ प्रत्येक विकसित नागरिक को वेद एवं वैदिक साहित्य के शाश्वत् सिद्धांतों से परिचित कराने और शिक्षा की मुख्य धारा में वैदिक शिक्षा को सम्मिलित कराने की आवश्यकता है । यही आदर्श नागरिक एवं आदर्श समाज का गठन करेंगे, वे आदर्श राष्ट्र को स्थापित करेंगे, वे आदर्श विश्व परिवार की एकता को अक्षुण्ण रखेंगे, वे अजेय एवं शांतिपूर्ण राष्ट्रकुल का आनंद लेंगे एवं वे अंततः धरा पर स्वर्ग को अवतरित करेंगे-रामराज की स्थापना करेंगे, जहां प्रत्येक व्यक्ति के लिए सब कुछ उत्तम होगा एवं किसी के लिए कुछ भी अनुत्तम नहीं होगा ।
राम राज्य
जब हम रामराज्य की बात करते हैं तो अधिकतर व्यक्ति यह सोचते हैं कि इसका धर्म से कुछ सम्बन्ध है । वास्तव में रामराज्य जीवन व्यवस्था का एक उच्च स्तरीय वैज्ञानिक सिद्धांत है, जिसे कोई भी व्यक्ति अपना सकता है, किसी भी धर्म की भावनाओं एवं बंधन को छोड़े बिना ही। श्रीरामचरित मानस में, गोस्वामी तुलसीदास जी ने उत्तरकांड में रामराज्य का बड़ा ही सुन्दर वर्णन किया है ।
ऐसा रामराज्य वर्तमान समय में भी स्थापित करना वैदिक विज्ञान और उसके प्रयोगों को अपनाकर पूर्णतः सम्भव है ।